आजकल राजस्थान /मौसम आजकल / जयपुर।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने देश में एक सप्ताह की देरी से दस्तक दी। मानसून अमूमन एक जून को केरल के तट से टकरा जाता है। हालांकि अब मानसून दक्षिणी अरब सागर, लक्षद्वीप के अधिकांश हिस्सों और केरल और दक्षिण तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है।
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि मंगलवार तक पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढऩे के लिए परिस्थितियां बन रही हैं और आने वाले तीन दिन में केरल, तटीय कर्नाटक, दक्षिण कोंकण व गोवा, लक्ष्यद्वीव, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में मानसूनी बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग ने दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर में बने हवा के कम दबाव के क्षेत्र के 13 जून तक भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका जताते हुए भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग का अनुमान
अगले 48 घंटे में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी उत्तर प्रदेश में धूलभरी हवाएं चलने और कुछ इलाकों में छितराई बौछारें गिरने का पूर्वानुमान मौसम केंद्र ने दिया है। जिसके असर से अगले 24 घंटे में राजस्थान के पूर्वोत्तर इलाकों में मौसम का मिजाज बदलने और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। आज प्रदेश के उत्तर पूर्वी इलाकों में तेज गति से धूलभरी हवाएं चलने और छितराए बादलों की आवाजाही साथ ही कुछ जगहों पर छितराई बारीश भी दिन में धूप की तपन से आंशिक राहत दिला सकती है।
जयपुर में हल्की बारिश
राजधानी जयपुर में सोमवार को गर्मी के अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड तोडऩे के बाद मंगलवार को मौसम ने अचानक से पलटा खाया और सुबह आसमान में बादल नजर आए। बादलों की आवाजाही के बीच शहर के परकोटा क्षेत्र में हल्की बारिश हुई। जिससे लोगों ने भीषण गर्मी के बीच हल्की राहत महसूस की।
13 जून तक अरब सागर में भयंकर चक्रवाती तूफान की चेतावनी
मौसम विभाग ने दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर में बने हवा के कम दबाव के क्षेत्र के 13 जून तक भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने का पूर्वानुमान जारी करते हुए केरल, लक्षद्वीप, कर्नाटक के तटीय इलाकों तथा सौराष्ट्र एवं कच्छ में भारी बारिश की चेतावनी दी है साथ ही मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इस चक्रवाती तूफान का असर प्रदेश में भी देखने को मिल सकता है। जिसके असर आंधी और बारिश की पूरी संभावना है।
कल सोमवार को मारवाड़ से लेकर मेवात और हाड़ौती तक मानों आसमान से आग बरसी। चूरू में बीते दिन में सोमवार को तीसरी बार पारे ने अर्धशतक लगा डाला। राजधानी जयपुर में भी सोमवार को अधिकतम तापमान ने बीते 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। जयपुर में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो बीते वर्ष 2006 से 2018 के बाद दूसरी बार सर्वाधिक रहा है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में गर्मी का दौर अगले तीन चार दिन ओर खिंच सकता है। दक्षिण पश्चिम में गुजरात, महाराष्ट्र से आ रही गर्म हवा के असर से प्रदेश के अधिकांश जिलों में दिन व रात के तापमान में बढ़ोतरी अगले तीन चार दिन तक होने का अंदेशा है।
सोमवार को चूरू में दस दिन में तीसरी बार पारा 50 डिग्री को पार कर गया। जिले का अधिकतम तापमान 50.3 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं राजधानी जयपुर में भी भीषण गर्मी के चलते पारा बीते 12 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच कर 46.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। गौरतलब है कि जयपुर में अब तक का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 10 जून 1897 को 47.2 डिग्री दर्ज हुआ था। वहीं इसके बाद 8 जून 2014 को शहर का अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। सोमवार को शहर में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री ने इस सीजन में अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ डाले। सोमवार सुबह से ही शहर में मौसम का मिजाज गर्म रहा और दोपहर होने पर शहर के कुछ इलाकों में तेज गति से धूलभरी हवा भी चली। हालांकि फिर भी दोपहर में आसमान से मानों अंगारे बरसते महसूस हुए और शहर की सडक़ों पर दोपहर से लेकर शाम तक लोगों की आवाजाही कम होने के चलते सन्नाटा पसरा रहा। देरशाम तक लू के गर्म थपेड़ों से शहरवासी बेहाल रहे।
शहर में आज सुबह छह बजे ही पारा 34 डिग्री पार पहुंच गया। हालांकि आज सुबह शहर में छाए बादलों के कारण दिन के तापमान में आंशिक कमी आने व गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। सोमवार को प्रदेश के अन्य जिलों में भी दिन में के तापमान में दो से तीन डिग्री तक बढ़ोतरी दर्ज हुई। सोमवार को श्रीगंगानगर 48.7 डिग्री तापमान के साथ दूसरे स्थान पर रहा वहीं बीकानेर 47.4,कोटा 47.3, अजमेर 45.3 बाड़मेर 45.1, जैसलमेर 44.8 और डबोक में अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। दो दिन में पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय होगा मानसून दक्षिण पश्चिमी मानसून अगले तीन दिन में पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय होने जाएगा।