आजकल राजस्थान / जालोर।
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने रविवार रात काछोला गांव के एक खेत में गुजारी। पाईलेट यहां एक झोपड़ी में वे ठहरे। झोपड़ी में रात को पाइप के माध्यम से पानी का छिटकाव किया जाता रहा ताकि भीषम गर्मी से उन्हें कुछ राहत मिल सके। वहीं आज सुबह उठने के बाद उन्होंने देसी अंदाज में नीम के दातुन से ब्रश कर अपनी दिनचर्या शुरू की।
रविवार रात सचिन पायलट काछेला गांव पहुंचे और यहां के किसान जयकिशन के कृषि कुएं पर रात्रि विश्राम किया। पायलट के रात्रि विश्राम के लिए कृषि कुएं पर कूलर वाली झोपड़ी बनाई। इसकी खासियत यह थी कि बूंद-बूंद सिंचाई की तर्ज पर झोंपड़ी के चारों तरफ पाइप लाइन बिछाकर पानी का स्प्रे हो रहा था, ताकि प्राकृतिक हवा पानी के संपर्क में आकर झोंपड़े के अंदर कूलर की तरह ठंडी हवा दें।
पायलट के खाने में देसी स्वाद का तड़का शामिल किया गया । कृषि फॉर्म हाउस पर ही केर, सांगरी की सब्जी, छाछ की राबड़ी व बाजरे की रोटी बनाकर खिलाई। पायलट के साथ आए अधिकारियों व नेताओं के लिए भी कृषि कुएं पर ही ठहरने की सुविधा की गई। सुबह पायलट ने सभी ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी।
आपको बता दें कि दो साल पहले भी पायलट ने इसी कृषि कुएं पर रात्रि विश्राम किया था। सचिन पायलट ने काछेला गांव के किसान जयकिशन के यहां दो साल पहले भी रात्रि विश्राम किया था। जानकारी के अनुसार कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर पार्टी नेताओं को ग्रामीणों के बीच रात्रि विश्राम करना था। पायलट ने रात्रि विश्राम के लिए स्थानीय नेताओं से राय ली। नेताओं ने चार जगहों के वीडियो बनाकर भेजे, जिसमें से पायलट ने काछेला गांव को चुना और 25 मई 2017 को यहां रात्रि विश्राम किया था। किसान जयकिशन के पास करीब 35 बीघा कृषि भूमि है, जिस पर वे खेतीबाड़ी करते हैं।