सीकर. दिल्ली के गोकुलपुरी (Delhi Violence) में सोमवार को हुई हिंसा में वीर गति पाने वाले सीकर निवासी जवान रतनलाल (mrtyr police constable ratanlal) को शहीद का दर्जा मिल गया है। सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ( Minister of State for Home Affairs Government G kishan reddy ) से वार्ता के बाद इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री रेड्डी ने जवान रतनलाल को शहीद का दर्जा देने पर सहमति जता दी है। सांसद की घोषणा के बाद भी एकबारगी तो प्रदर्शनकारी ग्रामीण शव उठाने के लिए तैयार नहीं हुए। उनकी मांग थी कि उन्हें लिखित में इसका आशय पत्र दिया जाये। काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने व्हाट्स एप पर गृह राज्य मंत्रालय का संदेश मंगवाया। जिसमें जवान को शहीद का दर्जा देने के साथ एक करोड़ का मुआवजा दिए जाने की बात लिखी थी। इसके बाद ग्रामीण जवान के शव की अंत्येष्टि क्रिया के लिए तैयार हुए। फिलहार जवान रतन लाल के शव को घर ले जाया गया है। जहां कुछ औपचारिकताओं के बाद जवान का अंतिम संस्कार किया जायेगा। गौरतलब है कि दिल्ली के गोकुलपुरी में सोमवार को सीएए के मुद्दे पर पक्ष विपक्ष में आए लोगों के बीच हिंसा हो गई थी। जिसमें बीच बचाव करने गए सीकर के तिहावली गांव निवासी रतनलाल भी शिकार हो गए थे। छह घंटे बाद खुला नेशनल हाइवेजवान रतन लाल को शहीद का दर्जा दिए जाने की लिखित घोषणा के बाद आखिरकार नेशनल हाइवे पर छह घंटे से लगा जाम भी हटा। यहां तीन गांव के लोग सुबह छह बजे से जवान को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग लेकर रास्ता रोककर बैठे थे। लगातार समझाइश के दौर के बाद भी वह अपनी मांग छोडऩे को तैयार नहीं हुए। आखिरकार जवान को शहीद का दर्जा देने के बाद ही वह रास्ते से हटे और जाम खुला। जाम खुलने से फतेहपुर से झुंझुनूं जाने वाले नेशनल हाइवे के वाहन चालकों केा बड़ी राहत मिली।
गृह मंत्री के इस संदेश के बाद जवान रतनलाल की अंत्येष्टि के लिए तैयार हुए परिजन, कुछ देर में होगा अंतिम संस्कार
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