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1 सितंबर तक राजस्थान के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश के आसार, पूर्वी राजस्थान में आज भारी बारिश का अलर्ट

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जयपुर। प्रदेश से मानसून ( Monsoon 2019 ) विदा होने में करीब एक पखवाड़ा बाकी है वहीं दूसरी तरफ अगले तीन चार दिन प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश का दौर रहने वाला है। मौसम विभाग ( IMD ) ने अगले दो तीन दिन उत्तर पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश ( Heavy Rain Alert in Rajasthan ) होने के संकेत दिए हैं। विभाग ( Rajasthan Weather Forecast ) के अनुसार बंगाल की खाड़ी और सौराष्ट्र में अगले 24 घंटे में चक्रवाती तंत्र ( Cyclonic Circulation ) सक्रिय होने की उम्मीद है। जिसके चलते आगामी 1 सितंबर तक गुजरात और राजस्थान के कई इलाकों में कहीं कहीं भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। फिलहाल मानसून की टर्फलाइन जैसलमेर और चित्तौडगढ़़ होकर गुजर रही है और अगले 24 घंटे में प्रदेश में बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौडगढ़़, झालावाड़, राजसमंद और कोटा जिलों में कहीं कहीं तेज बारिश होने की संभावना है।
हाड़ौती अंचल में हुई तेज बारिश से कई नदियां उफान पर आ गई। कोटा बैराज के 14 गेट बीती शाम तक खोलकर पानी निकासी की गई। वहीं आज सुबह बैराज के 11 गेट 10—10 फीट उंचाई तक खोलकर एक लाख 26 हजार 137 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बुधवार को जोधपुर के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई वहीं राजधानी जयपुर समेत अजमेर,कोटा,बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर में छितराई बारिश रेकॉर्ड हुई। जयपुर में बीती रात से बादल छाए रहे वहीं आज सुबह भी शहर में छाए बादलों से बारिश होने की उम्मीद जगी है। शहर में आज सुबह 6 बजे अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा वहीं शहर के के बाहरी इलाकों में हल्की धुंध का असर दिखाई दिया। स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार शहर में आज बादल छाए रहने और छिटपुट बौछारें गिरने की संभावना है।
बीसलपुर बांध में बंपर पानी की आवक लगातार जारीवहीं कई जिलों को पानी पिलाने वाले बीसलपुर बांध ( Bisalpur Dam ) में इस बार मानसून ( Monsoon ) जमकर मेहरबान हुआ है। अभी भी बांध में पानी की जबदरस्त आवक लगातार बनी हुई है। बुधवार को चित्तौडगढ़़ में मुसलाधार बारिश से त्रिवेणी में पानी का बहाव चार मीटर तक पहुंचने पर बीती शाम बीसलपुर डेम के चौथे गेट को भी खोलना पड़ा। इस दौरान 72 हजार क्यसेक पानी बनास नदी में छोड़ा गया, हालांकि देररात त्रिवेणी में पानी का बहाव घटने पर एक गेट बंद कर पानी की निकासी 48 हजार क्यूसेक की गई है।

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