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शहीद राजवीर सिंह का हुआ राजकीय सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार, 10 साल का बेटा बोला – पाकिस्तान को सबक सिखाऊंगा

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Aajkal Rajasthan/भाभरू (जयपुर). शाहिद राजीव सिंह का राजकीय सम्मान के साथ गमगीन माहौल में सोमवार का अंतिम संस्कार कर दिया गया।शहीद के 10 वर्षीय बेटे अदिराज सिंह ने मुखाग्नि दी।अदिराज ने कहा, वह भी सेना में भर्ती होकर पाकिस्तान को सबक सिखाएगा।

इससे पहलेशहीद कीपार्थिव देह रात को दिल्ली से प्रागपुरा पुलिस थाने पहुंची। थाने से सुबह पार्थिव देह को शहीद के लुहाकना खुर्द स्थित घर ले जाया गया।

प्रागपुरा पुलिस थाने से पैतृक ग्राम लुहाकना खुर्द तक करीब 15 किलोमीटर तक लोग बाइक पर और पेदल चलते रहे तथा राजीव सिंह अमर रहे, भारत माता की जय, वन्देमातरम के नारे लगाते रहे।जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी जिस सैन्य वाहन में शहीद की पार्थिव देह थी उसी में साथ चल रहे थे।

सैनिक कल्याण बोर्ड मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, मोटर गैराज मंत्री राजेन्द्र यादव, विराटनगर विधायक इंद्राज गुर्जर, पूर्व डिप्टी स्पीकर राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक फूलचंद भिण्डा सहित सहित कई जनप्रतिनिधियों ने पुष्प चक्र अर्पित किए। यहां से पार्थिव देह हो मोक्ष स्थल ले जाया गया जहां अंतिम संस्कार किया गया।

शहीद के 10 वर्षीय बेटे अदिराज सिंह ने मुखाग्नि दी।बेटा बोलो पाकिस्तान को सबक सिखाऊंगा

शहीद के 10 वर्षीय बेटे अधिराज सिंह ने कहा, सेना में जाकर पाकिस्तान को सबक सिखाऊंगा।पिता की शहादत पर कहा कि उसके दादा भी सेना नायाब सूबेदार रह चुके हैं। पिताजी ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए हैं, हमे उन पर गर्व है। उनका शरीर देश की सेवा में काम आ सका।

उल्लेखीनय है किपुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना के संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी में विराटनगर तहसील के लुहाकना खुर्द का बेटा शहीद हो गया।

रविवार को सैनिक के शहीद होने की खबर मिलते ही क्षेत्र में शाेक की लहर दौड़ पड़ी। सैनिक के बलिदान को लेकर व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।

चिकित्सा टीम जुटी परिजनों की देखभाल में …सैनिक की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था। सांसद एवं विधायक ने शहीद के पिता शंकरसिंह, मां पुष्पा कंवर, पत्नी उषा कंवर व 10 वर्षीय पुत्र अधिराज को ढाढ़स बंधाया। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डा.सुरेशचंद व उनकी टीम परिजनों की देखभाल को लेकर जुटी रही। पत्नी बार-बार पति को याद करते हुए बेहोश हो रही थी।

2002 में हुए थे भर्ती, अगले साल था रिटायरमेंट36 वर्षीय राजीव सिंह 2002 में सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में सेना के 5 राजपूत ग्रुप में नायक के पद पर तैनात थे।

ग्रामीणों ने बताया कि राजीव सिंह दिसम्बर माह में छुट्टी पर घर आए थे। आठ जनवरी को ड्यूटी पर लौटेथे। अगले साल ही उनका रिटायरमेंट था। सैनिक देगवार सेक्टर में एक अग्रिम चौकी में तैनात थे। ग्रामीणों ने बताया कि राजीवसिंह जनवरी में ही श्रीगंगानगर से जम्मू कश्मीर में पदस्थापित हुए।

शहीद की पार्थिव देह काे सम्मान के साथ गांव लाया गया।

लुहाकना खुर्द निवासी नायक राजीव सिंह।

शहीद के 10 वर्षीय पुत्र अधिराज को ढांढ़स बंधाते मंत्री प्रताप सिंह चचरियावास और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़।

शहीद की पार्थिव देह गांव पहुंची तो श्रद्धांजलि देने उमड़ पड़ा गांव।

अंत्येष्टि स्थ्ल पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

शहीद की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के दौरान रास्ते में ग्रामीण पेड़ों पर चढ़ कर शव यात्रा को नम आंखों से निहारते रहे।

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