सीकर. कोरोना (Corona Virus) के मंडराते साये के बीच देशभर में लॉक डाउन (Lockdown) का आज दूसरा व राजस्थान में पांचवा दिन है। इस बीच जहां लोगों के सामने रोजी- रोटी का संकट मंडरा रहा है। वहीं, फल व सब्जी विक्रताओं (Effect on vegetables in lock doawn)की मनमानी ने भी लोगों को परेशान कर रखा है। सीकर शहर में तो कृषि उपल मंडी में फल – सब्जी कारोबार बंद होने से उपलब्ध फल व सब्जी के विक्रेताओं ने इसकी कालाबाजारी शुरू कर दी। सब्जी के दो गुना तक दाम लिए जाने लगे। लेकिन, इसका तोड़ अब निकाल लिया गया है। इसके लिए कलक्टर यज्ञमित्र सिंह देव ने आज मंडी सचिव व फल- सब्जी विक्रताओं से वार्ता की। जिसमें विक्रेताओं ने फल सब्जी के वाहनों को शहर में प्रवेश की अनुमति की मांग की। इस पर सहमति बनने पर वाहनों को परमिट दिया जाना शुरू कर दिया गया है। ऐसे में शुक्रवार से शहर में फल सब्जियों की आवक शुरू होने से इसकी कालाबाजारी रुकने के साथ सब्जी सस्ती मिलना शुरू हो जाएगी।
पुलिस का था डर
लॉक डाउन की वजह से शहर में बड़े विचित्र से हालात पैदा हो गए थे। गांवों में किसानों के पास सब्जी है, लेकिन लॉक डाउन में पुलिस की सख्ताई के कारण वह शहर तक नहीं ला पा रहे थे। ऐसे में मांग के मुताबिक सब्जी व फल की अपर्याप्तता के कारण इनकी कालाबाजारी शुरू हो गई। वहीं, गांवों में किसानों की सब्जियां शहर तक नहीं पहुंचने के कारण खराब होने की कगार पर आ गई। लिहाजा ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए प्रशासन ने आज आपातकालीन वाहनों के साथ फल सब्जी के वाहनों को भी परमिशन जारी की।
मंडी सचिव के साथ हुई बैठक
इससे पहले फल व सब्जी विक्रेताओं की मंडी सचिव के साथ भी बैठक हुई। जिसमें विक्रताओं ने वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध को ही मंडी में समान लाने में परेशानी बताया। प्रशासन से वाहनों की परमिशन जारी करने की मांग भी रखी। इसके बाद मंडी सचिव ने यह समस्या जिला प्रशासन तक भी पहुंचाई।
आड़तियों ने बंद कर दिया था व्यापारइससे पहले राजस्थान में लॉक डाउन की घोषणा के बाद सीकर के कृषि उपज मंडी में आड़तियों ने कारोबार बंद करने की घोषणा कर दी थी। किसानों व व्यापारियों को मंडी में फल व सब्जी लाने से इन्कार कर दिया था। जिसके चलते शहर में फल व सब्जी की समस्या गहरा गई थी।
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