AajkalRajasthan /film and entertainment /फतेहपुर. कस्बे के युवा प्रोड्यूसर राधेश्याम पिपलवा के द्वारा बनाई गई फिल्म चिड़ी बल्ला का चयन अमेरिका के 8 वें डीसी साउथ एशियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल में हुआ है। राजस्थानी भाषा में बनी चिड़ी बल्ला पहली फिल्म है जिसे डीसी साउथ एशियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल के लिए चयनित किया गया है।
राधेश्याम पिपलवा के द्वारा बनाई गई चिड़ी बल्ला फिल्म का सीन भी फतेहपुर सहित राजस्थान के कई क्षेत्रों में फिल्माया गया था। 20 से 22 सितंबर तक अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में आयोजित होने वाले फेस्टीवल में प्रर्दशित किया जायेगा। इसके लिए राधेश्याम पिपलवा को वाशिंगटन जाने का न्योता मिला है।
उद्योगपतियों व दानदाताओं के बाद अब फिल्मी दुनिया में भी शेखावाटी के लोग अपना जलवा बिखेर रहे है। पिपलवा ने बताया कि इससे पहले राजस्थानी भाषा में बनी किसी भी फिल्म का इस फेस्टीवल में प्रदर्शन के लिए चयन नहीं हुआ है।युवा लडक़े की सच्ची कहानी पर आधारित चिड़ी बल्ला फिल्म की स्टोरी एक युवा लडक़े की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिसे राज्य स्तरीय बैडमिंटन जीतने पर अपने स्कूल को अकेले को स्कूल बचाने का काम दिया जाता है। जब ना तो उसके पास व ना ही उसके कोच के पास इसके बारे में ज्ञान होता है। गांव में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर वह खेल खेलता है। पीपलवा खुद बैडमिंटन के राष्ट्रीय खिलाड़ी रहे है। फिल्म में उन्होंने अपने अच्छे और खराब अनुभवों को साझा किया है। युवा निदेशक राधेश्याम पिपलवा सैकड़ों फिल्मों का निर्देशन कर चुके है। उनकी एक फिल्म को 3 राष्ट्रीय व 22 अंतराष्ट्रीय अवार्ड मिल चुके है। राजस्थान को समर्पित करने के लिए पिपलवा ने जीवंत घटनाओं के आधार पर चिड़ी बल्ला की कहानी लिखी। राजस्थानी संस्कृति को समर्पित है चिड़ी बल्लाराधेश्याम पिपलवा द्वारा बनाई गई फिल्म चिड़ी बल्ला राजस्थानी संस्कृति को समर्पित फिल्म है। राधेश्याम पिपलवा ने बताया कि फिल्म में म्युजिक, कल्चर व राजस्थानी हैरिटेज की एक विशेष प्रस्तुति है। फिल्म के माध्यम से पिपलवा राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए प्रयास कर रहे है।