सीकर. कोराना वायरस की वजह से प्रदेशभर में स्कूलों में छुट्टी होने के साथ सरकार ने कई अहम बैठकों को रद्द कर दिया है। ऐसे में कई सरकारी मेले व उत्सवों पर भी कोराना वायरस का साया नजर आ रहा है। यदि ऐसा ही माहौल रहा तो लक्ष्मणगढ़ में 21 मार्च से प्रस्तावित शेखावाटी उत्सव पर ब्रेक लग सकता है। हालांकि प्रशासनिक और पर्यटन विभाग के अधिकारी सोमवार को इस मामले में चर्चा करेंगे। इसके बाद ही शेखावाटी उत्सव के आयोजन के संबंध में कोई फैसला होगा।शेखावाटी उत्सव में यह होगा खासएक दिवसीय शेखावाटी उत्सव के तहत कई आयोजन होने है। इनको लेकर आमजन काफी उत्साहित है। लेकिन कोरोना वायरस के वजह से इसकी तिथियों में फेरबदल होने की संभावना के बाद से लोगों में थोड़ी मायूसी भी है। उत्व में सुबह सात से नौ बजे तक मुरली मनोहर मंदिर, पकी प्याऊ, कबूतरिया कुआं, घंटाघर व रामलीला मैदान का भ्रमण कराया जाएगा। इसमें मुख्य तौर पर लोक कलाकारों को जोड़ा गया है। सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक रामलीला मैदान लक्ष्मणगढ़ में पारम्परिक खेलकूद प्रतियोगिता, कबड्डी, रस्साकस्सी, मटका दौड़ व गिंदड सहित अन्य आयोजन होंगे।सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर फोकसशेखावाटी उत्सव में स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। 21 मार्च को ही शाम साढ़े छह से साढ़े आठ बजे तक लक्ष्मणगढ़ के ही रामलीला मैदान में राजस्थानी लोक कलाकारों द्वारा भवई, लंगा, चंगढंप मांगणियार, कालबेलिया सहित अन्य नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी। फतेहपुर-नवलगढ़ व मंडावा को पहले दरकारफतेहपुर, नवलगढ़ व मंडावा में हर साल औसतन चार हजार से अधिक विदेशी पर्यटक आते है। यहां के विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से शेखावाटी उत्सव को लेकर कई बार आंदोलनों के जरिए मुहिम भी चलाई। लेकिन सरकार यहां की जनता को हक नहीं मिल सका। IMAGE CREDIT: देशभर में कोरोना को लेकर भय
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